जनता पार्टीके सुब्रह्मण्यम स्वामीद्वारा किए गए राष्ट्र एवं धर्मके कार्यकी जानकारी देनेवाले जालस्थानका अनावरण !


हिंदु जनजागृति समितिके गिरीष लोखंडेद्वारा सिद्ध संकेतस्थल !


मुंबई, ३० अगस्त (वार्ता.) - मुंबईमें हाल ही में हुए बमविस्फोटके पश्चात् इस्लामी आतंकवादका जडसे निर्मूलन वैâसे करें, इस संदर्भमें अंग्रेजी समाचारपत्र डी.एन्.ए. में लेख प्रकाशित करनेवाले जनता पार्टीके राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री श्री. सुब्रह्मण्यम स्वामीके राष्ट्र एवं धर्मजागृतिके कार्यपर आधारित www.swamy39.blogspot.com इस नए

जालस्थानका अनावरण उनके ही शुभहस्तों मुंबईके घाटकोपरमें किया गया । घाटकोपरके व्यावसायिकोंकी ओरसे न्यू एस्.एन्.डी.टी. सभागृहमें यह समारोह संपन्न हुआ । इस अवसरपर सैकडोंकी संख्यामें लोग उपस्थित थे । 


जालस्थान fिसद्ध करनेवाले हिंदु जनजागृति समितिके पुणेके कार्यकर्ता एवं ‘इन्फोटेक’ नामक संगणकीय क्षेत्रके आस्थापन शाखामें कार्यरत श्री. गिरीष लोखंडेने उपस्थितोंको जालस्थानके विषयोंकी संक्षेपमें जानकारी दी । श्री. लोखंडेने हिंदु जनजागृति समितिके जालस्थानपर श्री. स्वामीजीका ‘डी.एन्.ए.’ नामक अंगे्रजी समाचारपत्रमें प्रकाशित लेख पढनेपर उन्हें श्री. स्वामीजीपर जालस्थान सिद्ध करनेकी प्रेरणा मिली । उन्होंने केवल १५ दिनमें यह नया जालस्थान कार्यान्वित किया । 


इस जालस्थानपर श्री. स्वामीजीके विविध अंग्रेजी एवं हिंदी समाचार प्रणालपर प्रसारित किए गए साक्षात्कारकी चक्रिका ‘टू-जी स्पेक्ट्रम’ घोटालेकी जानकारीr, श्री. स्वामीजीके ट्विटर जालस्थानका संदेश तथा कांग्रेसकी अध्यक्षा सोनिया गांधीके रशियाके गुप्तचर संगठनसे संबंध, पाकिस्तानमें आय.एस्.आय. गुप्तचर संगठनसे संबंधित पाकिस्तानी नागरिकके आस्थापनमें की हुई नौकरी, स्व. राजीव गांधीके स्विस बैंकके खातेकी जानकारी, सोनिया गांधीकी उजागर नहीं हुर्इं परंतु सही जानकारी जैसे विषयोंपर जानकारी देनेवाली जनतापार्टीके जालस्थानकी मार्गिका जालस्थानपर रखी गई है । उसीप्रकार श्री. स्वामीजीके श्रद्धास्थान प.पू. स्वामी चंद्रशेखरानंद सरस्वती महाराज एवं लोकनायक जयप्रकाश नारायणजीके विषयमें संक्षेपमें जानकारी दी गई है । हिंदु जनजागृति समितिकी ओरसे आयोजित हिंदु धर्मजागृति सभा, धर्मपर आघात करनेवालोंके विरोधमें अनेक अभियान, हिंदुत्ववादी नियतकालिक ‘सनातन प्रभात’की सभी भाषाओंमें आवृत्तियां पढनेके हेतु उनकी जालस्थानकी मार्गिका भी दी गई है । अल्पावधिमें ही इस जालस्थानको सहस्त्रसे अधिक लोगोंने भेंट दी और उस पसंद किया है ।


Source : Hindu Janjagruti Samiti

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