नई दिल्ली : श्रीलंका में बौद्ध भिक्षुओं की एक
भीड़ ने एक पुरानी दरगाह गिरा दी। बौद्ध भिक्षुओं का आरोप है कि स्थानीय मुसलमान इस
दरगाह को मस्जिद में बदलने की साजिश कर रहे थे।
उनका यह भी दावा है कि जिस स्थान पर यह दरगाह बनी थी, वह 2000 साल पहले श्रीलंकाई बौद्धों को दी गई थी। घटना प्राचीन बौद्ध शहर अनुराधापुर में हुई जिसे युनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दे रखा है। बीबीसी की वेबसाइट ने यह खबर दी है। दरगाह तोड़ने वाली भीड़ की अगुवाई
करने वाले बौद्ध संन्यासी ने वेबसाइट से बातचीत में दावा किया कि वह दरगाह जिस जमीन
पर बनी थी वह बौद्धों की है। उसके मुताबिक 2000 साल पहले वह जमीन श्रीलंकाई बौद्धों
की दी गई थी। उन लोगों का यह भी दावा है कि स्थानीय मुसलमान इस दरगाह को मस्जिद में
बदलना चाहते थे।
घटना शनिवार की है। लेकिन वहां कैसे क्या हुआ इसका कोई
आधिकारिक ब्योरा नहीं मिल सका है। बीबीसी के मुताबिक एक श्रीलंकाई समाचारपत्र में
छपी एक तस्वीर में बौद्धों की भीड़ को दरगाह तोड़ते दिखाया गया है। तस्वीर में कुछ
लोग मुस्लिम झंडे को जलाते भी दिख रहे हैं। इस बारे में और जानकारी नहीं मिल सकी।
लेकिन, बीबीसी ने बौद्ध भिक्षु अमाथा धम्म थेरो से बात की और बकौल बीबीसी उन्होंने
दरगाह
गिराने
की पुष्टि की।
Source : Navbharat Times
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